gangubai kathiawadi movie review in hindi
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Gangubai Kathiawadi Movie Review in Hindi: एक माफिया क्वीन की कहानी

सोचो बचपन से आपने किसी के बारे में सिर्फ बुरी बातें सुनी हो, बुरी नहीं एकदम डरावनी type की खून वाली कहानियाँ, उसको सिर्फ दो घण्टे की फ़िल्म देखने के बाद आप पूरी तरह भूल सकतें हो।

काम थोड़ा मुश्किल हैं लेकिन कोशिश तो की गई हैं।

Gangubai Kathiawadi, ये बॉम्बे की माफ़िया क्वीन के नाम से मशहूर हैं।

लोग धंधे में अपना दिमाग बेचते हैं लेकिन मैडम ने अपने जिस्म की बोली लगाई और बदले में धीरे धीरे पूरा शहर खरीद लिया।

अब इसी नाम पर डायरेक्टर संजय लीला भंसाली ने ये वाली फिल्म निकाली हैं जिसका नाम Gangubai Kathiawadi हैं।

अब आप तो जानते ही हो कि संजय लीला भंसाली की फ़िल्म यानी एक अलग तरह का अनुभव।

लेकिन एक real life के विलेन को reel फ़िल्म का हीरो बनाना, काम करेगा या नहीं? पैसा वसूल या पैसा बर्बाद?

बस इस Gangubai Kathiawadi review में आपको इन सभी सवालों के जवाब मिलने वाले हैं दोस्त।

Gangubai Kathiawadi Review in Hindi

Gangubai Kathiawadi Star Cast

  • आलिया भट्ट – गंगा हरजीवनदास उर्फ़ गंगूबाई काठियावाड़ी
  • अजय देवगन – रहीम लाला
  • अफसान – शान्तनु माहेश्वरी
  • विजय राज – रज़ियाबाई
  • इंदिरा तिवारी – कमली
  • सीमा पाहवा – शीला
  • वरुण कपुर – रमणीक लाल
  • जिम सरभ – जर्नलिस्ट अमीन फैज़ी
  • हुमा कुरैशी – स्पेशल appearance

Gangubai Kathiawadi Story

हाँ तो दोस्त, Gangubai Kathiawadi की entry होती हैं बिजनेस में। इनका ऑफिस हैं एक बदनाम गली के मकान का कमरा।

जिसमें रात बिताने के बदले जिंदगी की गाड़ी को आगे बढ़ाने के लिए थोड़े बहुत पैसे मिल जाते हैं।

लेकिन फिर इस बिजनेस में क्राइम की entry होती हैं जब बॉम्बे का सबसे ख़तरनाक डॉन खुद चलकर Gangubai की मदद करने आता हैं।

अब बिजनेस भी हो गया, crime भी हो गया, इसके बाद क्या?

इसके बाद होता कुछ ऐसा हैं जिससे Gangubai को राजनीति से पूरे हिंदुस्तान में पहचान मिल जाती हैं।

अब Gangubai Kathiawadi सेक्स वर्कर से सोशल वर्कर बन जाती हैं और विलेन के सीने में हीरो वाला दिल सबको अपना फैन बनने पर मजबूर कर देता हैं।

बस मेरे दोस्त हो गयी फ़िल्म ख़त्म, सीधी सिंपल कहानी हैं, कोई ट्विस्ट नहीं, कोई surprises नहीं, कोई एक्शन नहीं, सिर्फ ड्रामा।

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फ़िल्म Gangubai Kathiawadi में खूब सारे emotions और नाच गाने के साथ बहुत सारा मेलो ड्रामा हैं, इसे आप Gangubai Kathiawadi का एक लाइन में review समझ सकतें हैं।

अब सीधा मुद्दे की बात।

फ़िल्म Gangubai Kathiawadi थिएटर में जाकर देखनी चाहिए या फिर ओटीटी के रास्ते टीवी स्क्रीन पर आने का इंतज़ार करना बढ़िया रहेगा?

जवाब हाँ भी हैं और ना भी हैं।

ये कोई diplomatic जवाब नहीं हैं दोस्त।

अगर आप संजय लीला भंसाली के फैन हो तो जवाब हैं नहीं, फ़िल्म मत देखना।

इसके लिए ओटीटी वाला विकल्प बढ़िया हैं दोस्त, Gangubai Kathiawadi भंसाली सर की best फ़िल्म तो बिल्कुल नहीं हैं।

लेकिन अगर आलिया भट्ट के दीवाने हो तो अभी के अभी थिएटर भाग जाओ, ऐसा मौका शायद दुबारा ना मिले।

Gangubai Kathiawadi फ़िल्म में आलिया भट्ट की बेस्ट performance हैं, वो भी बिना किसी शक के।

फ़िल्म की खासियत हैं कि पूरी दुनियाँ में कहीं से भी आप इसे देख रहें हो लेकिन ढाई घण्टे के लिए आप Gangubai Kathiawadi का एक हिस्सा रहोगे।

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फ़िल्म में लम्बे छोड़े रंग बिरंगे सेट्स हैं और फिर उसके ऊपर आंखों को पूरा सुकून देने के लिए जबरदस्त सिनेमेटोग्राफी की गई हैं।

साथ ही, रेट्रो जमाने वाला थीम जो क्लासिक बॉलीवुड की पहचान हैं, उसकी यादें भी ताज़ा हो जाएंगी।

हाँ लेकिन आँखों के बाद इस बार कानों के साथ संजय लीला भंसाली ने कुछ खास न्याय नहीं किया गुरु।

फ़िल्म का म्यूजिक एवरेज़ हैं, ठीक ठाक हैं, स्पेशल एहसास नहीं देता जैसे कि पुरानी फिल्मों में था।

“अब उम्मीद जहाँ ज्यादा होती हैं वहाँ दिल टूटने का खतरा ओर बढ़ जाता हैं”, बस कुछ ऐसे ही कड़क डायलॉग सुनने को मिलेंगे Gangubai Kathiawadi फ़िल्म में जिन पर तालियाँ मारने का मन करेगा।

फ़िल्म की राईटिंग वाकई कमाल की हैं, उससे कोई शिकायत नहीं हैं मुझे।

अब देखो दोस्त, ये तो हो गयी फ़िल्म Gangubai Kathiawadi की बढ़िया और दिल को खुश करने वाली बातें, अब शिकायतें पढ़ने को तैयार हो जाओ, जो इन सब अच्छी बातों पर भारी पड़ने वाली हैं क्योंकि इन्होंने पूरी फिल्म का काम तमाम कर दिया।

फ़िल्म का टॉपिक controversial था ये हम सब जानते हैं लेकिन फ़िल्म द्वारा मैसेज देना तो संजय लीला भंसाली के हाथ में था।

फ़िल्म का क्लाइमेक्स ऐसा होना चाहिए था जो Gangubai Kathiawadi के सच को बाहर रखें, लेकिन क्लाइमेक्स में prostitution को एक तरह से justify करने की कोशिश की गई वो भी बेढंगे examples के साथ।

“अगर सेक्स वर्कर नहीं होंगे तो मर्द सड़क पर घूमने वाली ज्यादा औरतों को अपनी हवस का शिकार बनाएंगे” फ़िल्म का ये डायलॉग मेरी समझ से परे हैं भाई।

ये क्या बात हुई? कोई लॉजिक हैं इस बात का?

एक शिकायत ये भी हैं की Gangubai Kathiawadi की कहानी सिर्फ साफ़ चश्मे से ही क्यों दिखाई गई?

मैडम को माफिया क्वीन बुलाया जाता हैं, उस साइड पर प्रकाश डाला ही नहीं गया।

जैसे Once Upon A Time in Mumbai में सुल्तान मिर्ज़ा दिल का बढ़िया था लेकिन हैं तो अंडरवर्ल्ड डॉन ही, और यहीं चीज़ तो फ़िल्म को दमदार बनाती हैं।

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लेकिन Gangubai Kathiawadi फ़िल्म में ये सब कुछ गायब हो चुका हैं, सिर्फ कहानी का अच्छा वाला साइड ही दिखाया गया हैं जिसकी वजह से फ़िल्म अधूरी सी रह जाती हैं।

Gangubai के आसपास जो साइड कैरेक्टर्स हैं वो कमाठीपुरा में ज्यादा फिट बैठते हैं, सच के नजदीक हैं।

जबकि आलिया को सिर्फ मेकअप की दुकान बनाकर प्रस्तुत किया गया हैं जिससे फ़िल्म की असलियत कमजोर पड़ जाती हैं।

आपको आलिया एक कलाकार के तौर पर तो दिखेंगी, अच्छी भी लगेंगी लेकिन Gangubai कहीं नजर नहीं आती।

अब बॉस, फ़िल्म का सबसे बेस्ट पार्ट जिसके बिना Gangubai Kathiawadi की real जिंदगी और ये reel वाली फिल्म दोनों ठंडे पड़ जाते।

Gangubai Kathiawadi Review: एक्टिंग

फ़िल्म के कैमियो, छोटे छोटे लेकिन दमदार, ख़तरनाक।

अजय देवगन, सुपर डुपर परफॉर्मेंस।

Gangubai के ऊपर बनी फिल्म के अंदर Gangubai से ज्यादा ऑडिएंस को किसी दूसरे कैरेक्टर के लिए उत्साहित करना, ये काम सिर्फ अजय देवगन ही कर सकतें हैं गुरु।

जब जब ये स्क्रीन पर आएंगे, सीधी साधी फ़िल्म में एकदम आग सी लग जाती हैं।

“कहानी में रोल लम्बा नहीं बड़ा होना चाहिए” ये वाली कहावत अजय देवगन ने इस फ़िल्म में साबित करके दिखाई हैं।

विजय राज किसी फिल्म में हो और उनकी एक्टिंग की बात हो भला ऐसा कैसे हो सकता हैं।

Gangubai Kathiawadi में इन जनाब के लिए आप जितनी तालियाँ सीटियाँ मारो, उतना कम हैं मेरे दोस्त।

इन भाईसाहब के लिए तो लाउड स्पीकर पर चिल्ला चिल्ला कर तारीफ़े करनी चाहिए।

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“ना नर ना ही नारी, लेकिन फिर भी सब पर भारी” फ़िल्म Gangubai Kathiawadi में इनके खुद के मुँह से बोला गया ये डायलॉग इनकी एक्टिंग पर एकदम फिट बैठता हैं।

इन जनाब का इस फ़िल्म में कोई कम्पीटिशन नहीं हैं बॉस।

बाकी सपोर्टिंग रोल्स में सीमा पाहवा तो कमाल हैं, खुद से नफ़रत करने पर किसी इंसान को मजबूर कर देना वाकई बड़ा मुश्किल काम होता हैं।

जिम सराफ, जिन्होंने अभी Rocket Boys में तहलका मचाया था, ये तो बॉस अलग ही मिट्टी के बने हैं।

नेगेटिव फ़िल्म मेब ही पॉजिटिव एनर्जी डालना तो कोई इनसे सीखें।

आलिया भट्ट इस फ़िल्म की मजबूर कड़ी हैं और Gangubai Kathiawadi इनके कैरियर की बेस्ट परफॉर्मेंस हैं।

इनकी एक्टिंग पर कोई सवाल नहीं उठा सकता, बंदी ने मेहनत की हैं जो फ़िल्म में नजर भी आती हैं।

Gangubai Kathiawadi Review: रेटिंग

तो यार मेरी तरफ से फ़िल्म Gangubai Kathiawadi को 5 में से 3 स्टार्स।

एक स्टार तो फ़िल्म में दिखाए गए कैमियो के लिए, जिसके बिना Gangubai Kathiawadi बॉलीवुड की एक मामूली सी फ़िल्म बनकर रह जाती।

दूसरा, रेट्रो जमाने की यादें ताजा करने वाली सिनेमाटोग्राफी और साथ में दमदार, पॉवरफुल, इमोशनल डॉयलोग्स, सब कुछ कमाल का दोस्त।

और तीसरा स्टार आलिया भट्ट के लिए, बंदी ने दिल लगाकर काम किया हैं फ़िल्म में।

बात करूँ नेगेटिव्ज की तो एक स्टार कटेगा, ना चाहते हुए भी फ़िल्म के द्वारा एक नेगेटिव मैसेज देने के लिए जिस पर हँसी भी आती हैं और थोड़ा गुस्सा भी।

और दूसरा स्टार कटेगा काफ़ी एवरेज़ म्यूजिक के लिए जिसकी हम अक्सर संजय लीला भंसाली से उम्मीद लगाते हैं।

और साथ में, Gangubai Kathiawadi का माफिया वाला साइड पूरी तरह गायब करके फ़िल्म के दूसरे हाफ़ को कमजोर करने के लिए।

वैसे मारधाड़ वाली फिल्में देखना पसंद करते हो तो Love Hostel भी आई हैं ओटीटी पर, उस फिल्म को भी एन्जॉय करोगे आप।

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