लव स्टोरी, रोमांस, फ़िल्में बनाने के लिए ये बॉलीवुड का सबसे पसंदीदा जॉनर हैं लेकिन जिधर भीड़ ज्यादा उधर competition और उम्मीदें अपने आप आसमान पर पहुँच जाता हैं।
अब इससे हुआ ये की पिछले कुछ वक्त से बॉलीवुड का इश्क वाला लव एकदम फ्लॉप और फ़ेल होने लगा हैं।
Emotions, music और surprise ये तीन चीजें हैं जो किसी भी नकली प्यार की कहानी को असल जिंदगी में सच बनाने की ताकत रखती हैं।
अभी मिलो शिद्दत से जो ऊपर बताए गए तीनों डब्बों को टिक मारती हैं।
लेकिन दिल हैं की मानता नहीं के साथ साथ दोस्त दिमाग की सेहत का भी ध्यान रखना जरूरी हैं ना।
नहीं समझे?
एक लाइन में शिद्दत का रिव्यू बताऊँ तो कहानी हैं एकदम fresh और नया नया माल, जिसके चारों तरफ़ कानों को सुकून पहुँचाने वाला music भी हैं।
लेकिन लॉजिक और common sense, इन दोनों से फ़िल्म का कोई लेना देना नहीं हैं। तो चलों करते हैं शिद्दत फ़िल्म का शिद्दत से रिव्यू और आपको बताते हैं कि इस फ़िल्म को अपना वक्त देना ठीक होगा या नहीं।
Shiddat Movie Review in Hindi
Shiddat Cast (स्टार कास्ट)
शिद्दत फ़िल्म के लीड कैरेक्टर्स है जोगिंदर ढिल्लों उर्फ़ जग्गी, जिनका कैरेक्टर प्ले किया हैं सनी कौशल ने।
इनका दिल फिसला हैं कार्तिका चौरसिया पर जिसका किरदार निभा रहीं हैं राधिका मदान।
गौतम रंधावा, इस कैरेक्टर को मोहित रैना ने निभाया हैं वहीं उनकी बीवी का किरदार प्ले कर रहीं हैं डायना पेंटी जिनका नाम हैं इरा रंधावा।
Shiddat Story (कहानी)
शिद्दत फ़िल्म की कहानी शुरू होती हैं एक खेल प्रतियोगिता से जहाँ अपना हीरो एक सुंदर हसीना से टकरा जाता हैं।
मैडम की जलपरी वाली skills अपने हॉकी चैम्पियन का दिल जीत लेती हैं। फिर आशिक़ी 3 वाला माहौल बनता हैं और इनकी शुरू हो जाती हैं एक खूबसूरत सी लव स्टोरी, इनकी प्यार की लव स्टोरी को आगे बढ़ते आप देखना डिज़्नी प्लस हॉटस्टार पर।
लेकिन दोस्त, वो लव स्टोरी, लव स्टोरी कहाँ होती हैं? जिसमें कोई विलेन ना हो।
शिद्दत में विलेन कौन हैं जानते हो? शादी।
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अब अपने हीरो की हीरोइन तो पहले से ही लंदन में रहने वाले एक लड़के के साथ booked हैं, मतलब इनका रिश्ता तय हो चुका हैं, बस शादी होना बाकी हैं।
तो अब क्या? टाटा गुडबाय, ख़त्म?
ना भईया ना, ये कहानी इतनी भी आसान नहीं हैं, बल्कि जलेबी की तरह गोल गोल हैं जिसमें मिठाई बनके आएंगे अपने मोहित भईया, वहीं भौकाल वाले।
यहाँ तो सर जी खुद एक दुसरी लव स्टोरी का हिस्सा हैं लेकिन इनकी कहानी में happy ending हुई या नहीं, उसको जानना बड़ा दिलचस्प हैं।
अब एक सवाल, क्या हर बार की तरह बॉलीवुड की घिसी पीटी लव स्टोरी वाली feeling से लड़कर फ़िल्म को देखा जा सकता हैं? जवाब हैं, हाँ।
थ्रिल, सस्पेंस, बॉयोपिक काफ़ी वक्त बाद इससे हटकर कुछ नया देखने को मिलेगा।
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शिद्दत फ़िल्म की best चीज़ ये हैं कि यहाँ एक नहीं बल्कि दो दो लव स्टोरी हैं और last में कैसे उनको आपस में जोड़ा जाता हैं ये वाला कॉन्सेप्ट शिद्दत को बाकी की लव स्टोरी वाली कहानियों से अलग बनाता हैं।
सबसे बड़ा advantage, फ़िल्म मेकर्स जानते हैं की लोग स्क्रीन पर एक्टर्स की जगह खुद को रखकर जरूर देखेंगे, कारण हैं खुद की ज़िंदगी वाला प्यार।
इससे होता ये हैं कि फ़िल्म कैसी हैं कहानी क्या हैं? ये सब चला जाता हैं बैकग्राउंड में और लोग दिल से सोचना शुरू कर देते हैं, सिर्फ और सिर्फ emotions और फ़िल्म पतली गली से आगे निकल जाती हैं।
और फिर शिद्दत का लवली रोमांटिक म्यूजिक फ़िल्म की बाकी कमियों को छुपाने के लिए इस्तेमाल किया जाता हैं।
और जरूरी बात, फ़िल्म के क्लाइमेक्स में 440 वॉट के झटके खाने के लिए तैयार हो जाना पहले से ही, जो सोचा नहीं वो हो जाएगा, फिर बोलना मत की चेतावनी नहीं दी।
टिपिकल बॉलीवुड फिल्मों वाली ending नहीं हैं शिद्दत की, shocking और surprise टाइप में दिल की धड़कन ऊपर नीचे होने लगती हैं।
लेकिन कहानी में काफ़ी सारे गड्ढे हैं, लूप होल्स, कुछ scenes हैं जो over the top निकल जाते हैं तो कुछ common sense का सिर पकड़कर दीवार से लड़ा देते हैं, धड़ाम।
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जैसे ही इंटरवल आएगा, सेकंड हाफ में आधे घण्टे कहानी अटक सी जाती हैं, एक ही जगह पर।
वहीं गोल गोल चक्कर लगाने के बाद कछुए की स्पीड से आगे बढ़ती हैं।
एक वक्त ऐसा आता हैं जब दिमाग बोलने लग जाता हैं कि रिमोट उठाओ और forward का बटन दबाकर सीधा ending पता कर लो। बीच वाला part देखने में कुछ खास मजा नहीं आएगा।
राईटिंग थोड़ी कमजोर हैं, सिर्फ ऊपर ऊपर से प्यार वाला टॉपिक explore किया गया हैं, वो गहराईयों वाली डिटेल्स, emotions, chemistry, हीरो हीरोइन के बीच कई सारे scenes में missing हैं।
जैसे इम्तियाज अली स्टाइल में तमाशा, जब वी मेट इन सब में अच्छे से डिटेल में लव स्टोरी की सारी स्टेजेस explain की जाती हैं।
मस्ती, दोस्ती, heart break, बस ये वाला स्पेशल टच शिद्दत में नहीं मिलेगा दोस्तों।
म्यूजिक
बहुत कम फ़िल्में होती हैं जो म्यूजिक की वजह से हिट हो जाती हैं जैसे आशिक़ी 2, शिद्दत में भी कुछ ऐसा ही हाल हैं हालाँकि इसका अलग कॉन्सेप्ट ज्यादा प्रभावशाली हैं।
लेकिन म्यूजिक एकदम टॉप लेवल, कानों को सुकून पहुँचाने वाला हैं।
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फ़िल्म में कुल 7 गाने हैं और audience ने हर एक गाने को भर भर के प्यार दिया हैं। इसके गाने आपको emotional भी करेंगे, प्यार करने का एहसास भी देंगे तो आपको बीट पर नाचने को मजबूर भी करेंगे।
काफ़ी वक्त बाद अच्छे गाने सुनने में मजा आएगा आपको।
एक्टिंग और परफॉर्मेंस
मोहित रैना ने एक बार फिर से आग लगा दी हैं दोस्त। सबसे बड़े underrated एक्टर्स में से एक हैं ये जनाब।
पूरी फ़िल्म को रीढ़ की हड्डी की तरह सपोर्ट किया हैं और आप इनकी परफॉर्मेंस से प्यार कर बैठोगे।
सनी कौशल भी कमाल से कम नहीं हैं। फ़िल्मी कैरेक्टर को असली बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी इन्होंने भी।
शुरू से लेकर अंत तक इनका कैरेक्टर धीरे धीरे बड़ा और समझदार होता हैं और आप अपने आपको इनसे relate कर पाओगे।
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बाकी राधिका भी अच्छी हैं। इनको परफॉर्म करने के लिए शिद्दत में कुछ ज्यादा individual scenes मिले नहीं हैं।
वहीं same किस्सा डायना का भी हैं। हालांकि आँखों को सुकून जरूर देती हैं ये दोनों सुंदर कन्याएं।
रेटिंग
तो यार मेरी तरफ़ से शिद्दत को 5 में से 3 स्टार्स।
एक स्टार मिलेगा फ़िल्म के 2 in 1 कॉन्सेप्ट के लिए।
दो कहानियाँ जो बिल्कुल अलग हैं एक दूसरे से, जिनको आपस में जोड़ना और अंत में उनके बीच में आईना लाकर रख देना, मजा आ गया दोस्त।
एक स्टार मोहित रैना और सनी कौशल की खतरनाक आग लगाने वाली परफॉर्मेंस के लिए, फ़िल्म देखते वक्त इनके अंदर खुद को जरूर ढूँढोगे आप, एकदम natural परफॉर्मेंस।
आधा स्टार फ़िल्म की ending को एक नए तरीके से प्रस्तुत करने के लिए और आधा स्टार कान के रास्ते दिल को छू जाने वाले म्यूजिक के लिए।
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बात करूँ नेगेटिव्ज की तो एक स्टार कटेगा बिना डिटेल्स में घुसे हुए सिर्फ ऊपर ऊपर से दिखाई गई लव स्टोरी के लिए।
और एक स्टार कटेगा कहानी में डाले गए काफ़ी सारे ऐंगल्स और अजीबोगरीब scenes जो sense को nonsense में बदल देते हैं।
तो दोस्तों, यहाँ मामला हैं 60-40 का, बेशक शिद्दत को देख सकतें हो लेकिन वो इम्तियाज अली वाला जादुई अनुभव की उम्मीद मत लगाना बस।
शिद्दत एवरेज़ हैं लेकिन अलग हैं।